इनका कहना है कि अगर मेयर फिरहाद हकीम जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करते हैं तो वे लोग फ्लैट छोडऩे को मजबूर होंगे।
कोलकाता। डेंगू को लेकर चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। कोलकातावासी जागरूकता के साथ डेंगू से मुकाबला कर रहे हैं, लेकिन महानगर के एक पॉश इलाके में कुछ लोग डेंगू के साये में जीने को मजबूर है। आलम यह है कि अपने फ्लैट को छोड़कर दूसरी जगह किराये का घर खोज रहे हैं। खबर के मुताबिक वार्ड 69 के 26/1, बालीगंज सर्कुलर रोड के एक बिल्डिंग में रहने वाले दर्जनों परिवार भय के वातावरण में जिंदगी जी रहे हैं।
दरअसल पिछले 25-30 वर्षों से उस बिल्डिंग के नीचे तीन कार जस की तस पार्क की गयी है जो तीन दशकों से हिली तक नहीं है। यहां तक कि तीनों ही कार अब कंकाल का रूप धारण कर चुकी है। उसके मालिक आशुतोष जोशी जो कि उसी माले के ऊपर तल्ले में रहते हैं वो अपनी जिद की वजह से कार को नहीं हटाते। वहीं बिल्डिंग में रहने वाले निमेश दोषी, अंकित अग्रवाल, संजय अग्रवाल, वैशाली दोषी और इंदु कानोडिय़ा ने बताया कि ये तीनों कार को कभी हिलते देखा तक नहीं। स्थिति यह है कि बारिश के दिनों में यहां से गुजरने पर भी डर लगता है।
डेंगू का डर इस कदर समा गया है कि अगर किसी की तबियत खराब हो जाए तो लग रहा है कि डेंगू हो गया है। निमेश दोषी ने बताया कि हमलोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय काउंसिलर दिलीप बोस, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस को कई बार दी लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
बारिश में इन कारों में चूहे, मच्छर, मेढ़क आसानी से देखे जाते हैं। यहां तक कि कई बार सांप को भी कार में देखा गया है। हारकर अब ये लोग मेयर फिरहाद हकीम से हाथ जोड़कर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। इनका कहना है कि अगर मेयर फिरहाद हकीम जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करते हैं तो वे लोग फ्लैट छोडऩे को मजबूर होंगे।